Welcome to Shri Yatiraj Bhakti Dham, a place of spiritual enrichment, cultural preservation, and community bonding. Established with the aim of promoting the timeless teachings, practices, and values of Hinduism, we are a vibrant and inclusive organization dedicated to serving individuals from all walks of life who seek to connect with the profound wisdom of this ancient tradition.
-Jagatguru Ramanujachary Swami Sudarshanacharya
पूज्य श्री त्रिदंडी स्वामी जी सन् 1972 में दुर्वासा आश्रम आये। यहाँ पूर्व मे भी दुर्वासा जी का मन्दिर था फिर स्वामी जी यहाँ पर कांश की कुटिया बनवा कर रहने लगे, फिर कुछ दिन बाद श्री स्वामी जी का चार्तुमाष व्रत शुरू हुआ और फिर विष्णु महायज्ञ के दौरान रहने लगे फिर कुछ दिन बाद के दौरान क्षेत्र वासीयों की प्रेरणा से स्वामी जी ने आश्रम बनाने का निर्णय लिया। फिर कुछ दिन बीत जाने के बाद क्षेत्र वासियों एवं मोहता एवं बागड़ परिवार के सहयोग से आश्रम का निर्माण कार्य शुरू हुआ। बाद मे विद्यालय चालू किया गया बाद मे मान्यता प्राप्त किये फिर कुछ वर्षो के बाद विद्यालय एंडेड हुआ। फिर स्वामी जी 2001 मे श्री वृन्दावन आश्रम कोढी सतना म.प्र. मे सभी के सहयोग से आश्रम 2012 मे कम्पलीट हुआ। फिर स्वामी जी ने 2012 मे श्री स्वामी श्री निवासाचार्य जी को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया। फिर कुछ दिन के बाद श्री निवासाचार्य जी महाराज गोलोक वासी हो गये फिर 2021 में स्वामी जी ने फिर अपना उत्तराधिकारी श्री स्वामी सुदर्शनाचार्य जी महाराज को बनाया अब श्री स्वामी सुदर्शनाचार्य जी कार्य भार सम्हाल रहे है।
दोनो आश्रम के कार्य निम्नवत् है -
एवं अनेक प्रकार के कार्य करने के संकल्प से सुदर्शनाचार्य जी ने ट्रस्ट का गठन किया जिसका नाम श्रीरंगरामानुज महादेशिकन् ट्रस्ट रखा जिसकी अन्तर्गत दोनो आश्रम का निर्वहन किया जा रहा है| भविष्य मे अनेक टीर्थो मे आश्रम एवं गौशाला और वृद्धा आश्रम बनाने की इच्छा है|
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